बवासीर

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दोस्तों, आजकल हमारी लाइफ बहुत फ़ास्ट बन गयी है | इस फ़ास्ट लाइफ में फ़ास्ट फ़ूड का सेवन भी बढ़ गया है | भोजन में फाइबर मिलना बंद हो गया है | लोग एक ही जगह पर घंटो बैठकर काम करने लगे है, जिसके कारण शरीर की हलचल रुक गई है | इसीलिए आज हम बात करेंगे बवासीर का घरेलू उपाय के बारे में ।

काम में बिजी रहने के कारण लोग पानी कम पिते है, एक्सरसाइज तो बिल्कुल भी नहीं होती | इन सबका नतीजा होता है कॉन्स्टिपेशन याने की कब्ज |

बवासीर की समस्या का पहला कारण और लक्षण कब्ज है | लम्बे समय तक कब्ज रहने के कारण बवासीर की समस्या निर्माण हो जाती है | बवासीर की समस्या में मल त्याग करने में बहुत मुश्किल हो जाता है | मल कठिन बन जाता है |

जिसके कारण मल त्याग करते समय बहुत जोर लगाना पड़ता है | गुद भाग पर तेज दर्द होने लगता है | बार बार जोर लगाने के कारण मल के साथ ब्लीडिंग होने लगती है |

कभी कभी गुदभाग पर मस्से आ जाते है | ये मस्से धीरे धीरे बढ़ जाते है, जिसके कारण लोगों को बैठने में तकलीफ होती है | ये मस्से काटों की तरह चुबते है, इसीलिए बवासीर को आयुर्वेद में अर्श कहा जाता है l

बवासीर के लक्षण

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बवासीर का घरेलू उपाय

बवासीर से बचने के लिए सबसे पहले आपको अपने भोजन में बदलाव करना होगा | फाइबर युक्त डाइट का सेवन करके आप कब्ज और बवासीर से दूर रह सकते है |

अपने आहार में ककड़ी, गाजर, मूली, हरे पत्तेदार सब्जिया जैसे की पालक पत्ता गोभी, ब्रोक्कोली इन सभी चीजों का ज्यादा से ज्यादा समावेश करे |

फलों में केला, सेब, पपीता, अमरुद जैसे फलों का ज्यादा सेवन करे | फ्रूट्स जूस के बजाय हमेशा फ्रूट्स खाये क्यूंकि इसमें ज्यादा फाइबर होते है |

ज्यादा मिर्च मसालेदार भोजन करने के कारण भी गुदभाग में जलन होने लगती है, मलत्याग करने में दर्द होने लगता है | इसलिए ऐसे भोजन से दूर रहे |

फ़ास्ट फ़ूड, बेकरी प्रोडक्ट, ब्रेड पाव का ज्यादा सेवन करने से भी कब्ज निर्माण होता है . इसलिए इससे बचना भी बेहद जरूरी है | मैदे से बनी हुयी चीजों का सेवन जितना हो सके उतना कम करे |

मांस, मच्छी का सेवन भी कम से कम करे | बवासीर का घरेलू उपाय में डाइट पर बहुत ध्यान देना पड़ता | अधिक फाइबर के लिए अपने आहार में ओट्स, स्प्राउट का समावेश करे |

गेहू के आटे का बिना चालन किये ही उसकी रोटी बनाये, उससे भी आपको अधिक फाइबर मिलेंगे | दिन में कम से कम ४-५ लीटर तक पानी का सेवन जरूर करे |

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